बता दें कि कोरोनावायरस के मामले बढ़ने पर प्रोटेक्टिव इक्विमेंट और मास्क की डिमांड दर्ज की जा सकती है। इससे हेल्थकेयर वर्कर जरूरी सामानों की कमी की शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। चार पेज के इंटरनल डॉक्यूमेंट में इन्वेस्टमेंट इंडिया एजेंसी ने पाया कि कंपनियों को जरूरी सामानों के लिए गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। एजेंसी के मुताबिक उसकी ओर से 730 कंपनियों से वेंटिलेटर, आईसीयू मॉनिटर, प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट, मास्क और टेस्टिंग किट के लिए संपर्क किया गया। इसमें से केवल 319 लोगों की तरफ से सकरात्मक जवाब मिला। भारत में मौजूदा वक्त में करीब 873 कोरोना वायरस के मामले पाए गए हैं इसमें से 19 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई है।
भारत को जरूरी सामान के लिए गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
• AMIT AGGARWAL